दिल तोड के हस्दी तू मेरा सोंग

तुम  दे रही हो दिल मै किसी ओर  को  जगाह
लेकिन कोइ  न  चाहेगा  तुम  को  मेरी    तरह
               क्या है कसूर हे मेरा जो  दिल से  उतर  गया
                मूड  के   भी  न देखा मुझे  तुम ने एक दफा।
  जेसे  गई  हो  ओ  हो   हो  ओ ओ ओ ओ ओ
  जेसे गई  हो  जाता है क्या कोई  ऐसे  छोड़ के
                         हो  दिल  तोड के हो  दिल  तोड  के 
                        हस ती तू मेरा वफ़ाए मेरे याद करोगी।
 कहे दो मुझे आज निगाहे कदर मेरे बाद करोगी।
                      हो दिल तोड के हो दिल तोड के ए ऐ
वो तुम ही तो थी जो बार बार आके लगती थी गलेमेरे(2)
वो भी तुम ही थी हर राज साथ जिसके दिनरात गुजरे थे।
             कहा गई (2) तुम दर्द से मेरा रिश्ता छोड के 
                     हो  दिल  तोड के। हो  दिल  तोड के 
                     हस ती तू मेरा वफ़ाए मेरे याद करोगी।
कहे दो मुझे आज निगाहे कदर मेरे बाद करोगी।
                      हो दिल तोड के हो दिल तोड के ए ए ऐ।
गलियों गलियों ने तेरा में मुखड़ा मुखड़ा दिल
कास  किसी ने पूछा  होता  कैसे  जला दिल 
          गलियों गलियों ने तेरा में मुखड़ा मुखड़ा दिल
          कास  किसी ने पूछा  होता  कैसे  जला दिल 
कैसे भर दी  कैसे भर दी  नदिया मेने आंख निचोड के ।
                    हो दिल तोड के हो दिल तोड के ए ए ऐ।
                    हस ती तू मेरा वफ़ाए मेरे याद करोगी।।।।
                      

Comments

Popular posts from this blog

पिंपल्स को रोकने के तरके।

हिंदी में बल्लोग कैसे लिखें ।

लड़की पटाने के तरीके